मुख्य प्रष्ठ | प्रतिक्रिया | साइटमैप | सम्पर्क सूत्र| फोटो गैलरी| Deaf Account

मुख्य लिंक

  • उद्देश्य / उपलब्धियाँ
  • प्रशासनिक व्यवस्था
  • वित्तीय व्यवस्था
  • विकास कार्यक्रम
  • ब्याज दर
  • बैंकिंग नीतियाॅ
  • ऋण व्यवस्था
  • कार्यालय
  • RTGS CFC DIRECTORY
  • भर्ती (Recruitment)
  • परिपत्र
  • शासनादेश
  • अपने ग्राहक को जानिए
  • Sevottam
  • RTI
  • Vigilance Officer

ऋण व्यवस्था

UPCBL UPCBL UPCBL UPCBL UPCBL

अल्पकालीन सहकारी ऋण व्यवस्था

कृषि प्रधान होने के कारण उत्तर प्रदेश में सहकारिता आन्दोलन मुख्य रूप से ग्रामीण विकासोन्मुखी आन्दोलन के रूप में संचालित है। कृषि उत्पादन में बढ़ोत्तरी एवं कृषकों की आय में वृद्धि करके आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने हेतु कृषि एवं अन्य सम्बन्धित कार्यो के लिये अल्पकालीन एवं मध्यकालीन ऋण उपलब्ध कराने के लिये त्रिस्तरीय सहकारी साख ढाॅचे का गठन किया गया है। इसके अन्तर्गत प्रदेश स्तर पर शीर्ष बैंक उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक लि0, जनपद स्तर पर 50 जिला सहकारी बैंक एवं न्याय पंचायत स्तर पर 7479 प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियॉ कार्यरत हैं।

सहकारी कृषि ऋण समितियॉ से किसानों को उपलब्ध सुविधायें:

  • कृषक सदस्यों को उर्वरक, बीज, कृषि रक्षा रसायन के रूप में अल्पकालीन फसली ऋण।
  • कृषक सदस्यों को 75% तक नगद भुगतान की सुविधा, शेष 25% वस्तु के रूप में/विशेष परिस्थितियों में सम्पूर्ण धनराशि नगद देने की सुविधा।
  • सदस्यों को भैंस,डनलप कार्ट, गोबर गैस संयंत्र आदि के लिये मध्यकालीन ऋण।
  • उच्च गुणवत्ता युक्त उर्वरक, बीज, कृषि रक्षा रसायनों की उपलब्धता।
  • किसानों की बचत को जमा करने के लिये समितियों में मिनी बैंक की सुविधा।
  • मूल्य समर्थन योजना के अन्तर्गत कृषकों को उपज का उचित मूल्य दिलाने हेतु गेहॅू, धान आदि का क्रय एवं इस माध्यम से ऋण की अदायगी।
  • दैनिक उपयोग की उपभोक्ता वस्तुओं का वितरण।

विशेषताएं

  • कृषकों की आवश्यकता के अनुसार जिला स्तरीय तकनीकी समिति द्वारा निर्धारित वित्तमान के आधार पर कृषक सदस्यों की 3 वर्षीय ऋण सीमा का निर्धारण।
  • लघु सीमान्त कृषकों को ऋण की उपलब्धता 5 प्रतिशत अंशपूॅजी जमा करने पर एवं अन्य कृषकों को 10 प्रतिशत अंशपॅूजी जमा करने पर ।
  • कृषकों को उपलब्ध करायी गई चेक बुकों के माध्यम से स्वयं चेक काटकर ऋण प्राप्त करने की सुविधा।
  • किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अन्तर्गत आवश्यकतानुसार ऋण लेने और जब चाहे ऋण अदायगी की सुविधा।
  • प्राकृतिक आपदा के कारण फसलों को हुई क्षतिपूर्ति हेतु राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना।

जिला सहकारी बैंकों के माध्यम से उपलब्ध ऋण सुविधायें:

  • वेतनभोगी सदस्यों को ऋण सुविधा।
  • व्यवसायियों को बन्धक/दृष्टिबन्धक ऋण सुविधा ।
  • एस0आर0टीओ0 योजनान्तर्गत वाहन क्रय करने हेतु ऋण सुविधा।
  • वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन की रसीदों ऋण सुविधा।
  • ज्ञानदीप शिक्षा योजना यथा-इंजीनियरिंग, मेडिकल, एम0बी0ए0, बी0बी0ए0, एम0सी0ए0, होटल मैनेजमेंट आदि के लिये कुल आवश्यकता की 75 प्रतिशत धनराशि तक ऋ़ण सुविधा।
  • पं0 दीनदयाल उपाध्याय सहकारी स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत कृषि और गैर कृषि प्रयोजनों हेतु ऋण सुविधा ।
  • कृषि यंत्रीकरण के अन्तर्गत कृषि यंत्र के वास्तविक मूल्य का 85 प्रतिशत धनराशि तक ऋण सुविधा।
  • गृह निर्माण/मरम्मत/परिवर्धन आदि के लिये ऋण सुविधा।

उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक (शिड्यूल्ड बैंक) द्वारा संचालित योजनायें:

  • सहकारी एवं निजी क्षेत्र की चीनी मिलों का वित्त पोषण।
  • सहकारी एवं सरकारी क्षेत्र की विभिन्न संस्थाओं यथा इफको, कृभको एवं एफ0सी0आई0 आदि संस्थाओं को वित्तपोषण।
  • ऋण के प्रकार

      1.व्यवसाय विविधीकरण योजनान्तर्गत ऋण योजनाये

    • व्यक्तिगत ऋण
    • कार ऋण (फ्लोटिंग)
    • ट्रेडर्स ऋण
    • बिजनेस टर्म ऋण
    • स्वर्ण / स्वर्ण आभूषण ऋण
    • अचल सम्पति के विरुद्ध ऋण
    • गृह ऋण (फ्लोटिंग)
    • गृह ऋण (फिक्स्ड )
    • टू व्हीलर ऋण
    • टॉप अप (हाउसिंग) ऋण (फ्लोटिंग)
    • टॉप अप (हाउसिंग) ऋण (फिक्स्ड )
    • ओवर ड्राफ्ट लिमिट
    • व्यवसायिक वाहन हेतु ऋण
    • शिक्षा ऋण
    • पी एम स्वनिधि योजना
    • गृह ऋण टेकओवर
    • एमएसएमई (टर्म लोन)
    • एमएसएमई (कैश क्रेडिट)
    • एफपीओ (टर्म लोन)
    • एफपीओ (कैश क्रेडिट)
    • मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना (कैश क्रेडिट)

      2.स्कीमैटिक लैंडिंग ऋण के अंतर्गत ऋण की योजनाए

    • डेरी ऋण
    • मुर्गी पालन ऋण
    • मत्स्य पालन ऋण
    • एग्री क्लिनिक एवं एग्री बिज़नेस
    • रीन्यूएवल इनर्जी
    • एग्रो प्रोसेसिंग

      3.भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार की योजनाए

    • मिशन शक्ति योजना
    • प्रधान मंत्री आवास योजना
    • प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना
    • प्रधान मंत्री जीवन सुरक्षा बीमा योजना
    • पी एम स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर (स्वनिधि) निधि योजना
    • पी0एम0 विश्वकर्मा योजना
    • मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना

ऋण विविधीकरण की योजनाओं के अन्तर्गत प्रभावी ब्याज दरें (16.10.2023)

क्र0 सं0 योजना का नाम ऋण की धनराशि ब्याज दर
1 व्यक्तिगत ऋण 10.00 लाख 11.25 प्रतिशत
2 कार ऋण (फ्लोटिंग) 20.00 लाख 9.00 प्रतिशत
3 ट्रेडर्स ऋण 60.00 लाख 11.25 प्रतिशत
4 बिजनेस टर्म ऋण 60.00 लाख 12.00 प्रतिशत
5 स्वर्ण / स्वर्ण आभूषण ऋण 2.00 लाख 9.25 प्रतिशत
6 अचल सम्पति के  विरुद्ध ऋण 60.00 लाख 10.75 प्रतिशत
7 गृह ऋण (फ्लोटिंग) 75.00 लाख 8.90 प्रतिशत
  गृह ऋण (फिक्स्ड ) 75.00 लाख 9.75 प्रतिशत
8 टू व्हीलर ऋण 2.50 लाख 9.25 प्रतिशत
9 टॉप अप (हाउसिंग) ऋण (फिक्स्ड ) 30.00 लाख 10.25 प्रतिशत
  टॉप अप (हाउसिंग) ऋण (फ्लोटिंग) 30.00 लाख 9.25 प्रतिशत
10 ओवर ड्राफ्ट लिमिट 5 माह के वेतन / 3.00 लाख (जो कम हो ) 10.25 प्रतिशत
11 व्यवसायिक वाहन हेतु ऋण 10.00 लाख 10.25 प्रतिशत
12 शिक्षा ऋण अभिभावक की क्षमता या शिक्षा के खर्च का 75 प्रतिशत (जो कम हो ) 9.25  प्रतिशत
13 पी एम स्वनिधि योजना 0.10 लाख से 0.50 लाख 12.00 प्रतिशत
14 डेरी ऋण 0.80 लाख  से 4.80 लाख 9.25 प्रतिशत
15 मुर्गी पालन ऋण 2.50 लाख 9.25 प्रतिशत
16 मत्स्य पालन ऋण 2.00 लाख 9.25 प्रतिशत
17 एग्री क्लिनिक एवं एग्री बिज़नेस 7.50 लाख 9.25 प्रतिशत
18 रीन्यूएवल इनर्जी  5.00 लाख 8.90 – 9.25 प्रतिशत
19 एग्रो प्रोसेसिंग 40.00 लाख 9.25 प्रतिशत
20 होम लोन टेकओवर (फिक्स्ड) 75.00 लाख 9.75 प्रतिशत
  होम लोन टेकओवर (फ्लोटिंग) 75.00 लाख 8.90 प्रतिशत
21 एफपीओ को ऋण 60.00 लाख 11.00 प्रतिशत
22 पी0एम0 विश्वकर्मा योजना 1.00 लाख से 3.00 लाख 13.00 प्रतिशत
23 एमएसएमई योजना 60.00 लाख 11.00 प्रतिशत
24 मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना 25.00 लाख 11.00 प्रतिशत

विविधीकरण ऋणों पर सिविल स्कोर 750 से अधिक होने पर सामान्य ग्राहकों को ऋणों हेतु निर्धारित सामान्य ब्याज दरों से 0.25 प्रतिशत कम ब्याज दर पर ऋण एवं महिला ग्राहकों को सिविल स्कोर 700 या उससे अधिक होने पर भी आवासीय एव शिक्षा ऋण हेतु निर्धारित सामान्य ब्याज दरों से 0.10 प्रतिशत कम ब्याज दर (अधिकतम ब्याज दर की छूट 0.25 प्रतिशत तक) पर ऋण शाखाओं के स्तर से स्वीकृत किया जा सकेगा।

भावी योजनायें:

  • वर्ष 2024-25 में अंकन 12500.00 करोड़ रू0 के अल्पकालीन फसली ऋण वितरण।
  • सहकारी ऋण ढॉचे में गुणात्मक परिवर्तन लाने की कार्य योजना का क्रियान्वयन।
  • सहकारी योजनाओं का विविधीकरण।
  • सहकारी बैंकों को कम्प्यूटरीकृत करके उनकी ग्राहक सेवाओं में सुधार।
  • जन-सहभागिता के आधार पर सहकारी ऋण ढॉचे का सुदृढ़ीकरण।

 

 

मुख्य प्रष्ठ । परिचय । उद्देश्य उपलब्धियाँ । संक्षिप्त परिचय । प्रतिक्रिया ।साइटमैप । सम्पर्क सूत्र । Data Privacy Policy

© उत्तर प्रदेश को आपरेटिव बैंक लि.| Powered By : omni-NET