प्रमुख उद्देश्य / उपलब्धियाँ

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प्रमुख उद्देश्य

  • उत्तर प्रदेश राज्य की सहकारी संस्थाओं के लिये सन्तुलन केन्द्र की भाति काम करना।
  • बैंक हेतु चालू (Current) बचत (Saving) मियादी (Fixed) अमानतों तथा अन्य लेखों द्वारा धन प्राप्त करना और समय-समय पर उस सीमा तथा शर्तों पर जिसे संचालक मण्डल उचित समझे, ऋण प्राप्त करना।
  • अपने साधारण सदस्यों को बिना जमानत अथवा चल व अचल सम्पत्ति या स्वत्वाधिकार पत्र की जमानत पर ऋण प्रदान करना।
  • संचालक मण्डल द्वारा निर्धारित शर्तों और निबन्धनों के अनुसार अमानतों पर नाम मात्र सदस्यों को ऋण, अधिविकर्ष (Overdraft) या कैश-क्रेडिट देना।
  • उत्तर प्रदेश सहकारी समिति अधिनियम 1965 की धारा-45 के अनुसार प्रयोजित ‘प्रमुख राज्य भागिता निधि’ की स्थापना एवं प्रबन्ध हेतु राज्य सरकार से इकरारनामा करना।
  • सदस्यों और गैर सदस्यों की ओर से बिलों, ड्राफ्टों, चेकों और अन्य निर्वाहन पत्रों आदि का धन संग्रह करना।
  • अपनी आवश्यकता से अधिक धनराशि के विनियोग के हेतु प्रतिभूतियॉ (Securities) खरीदना और बेंचना तथा भारत या राज्य सरकार की प्रतिभूतियॉ, ट्रेजरी बिलों और इण्डियन ट्रस्ट्स अधिनियम 1882 की धारा 20 के अनुबन्धक (अ), (ब) और (स) में निर्दिष्ट अन्य सिक्योरिटियों के क्रेताओं एवं विक्रेताओं के एजेण्ट के रुप में काम करना तथा रोकड़ बढ़ाने के लिये बैंक की ऐसी सिक्योरिटियॉ या अन्य पूंजी का हस्तान्तरण करना, किसी के नाम लिखना अथवा बैंक द्वारा दिये गये ऋण के लिये जमानत के तौर पर उनको गिरवी रखना।
  • बैंक के कार्यक्षेत्र में शाखायें, उप-कार्यालयों, भुगतान कार्यालयों तथा क्षेत्रीय कार्यालय खोलना।
  • जिस समिति की प्रबन्ध समिति अधिनियम या नियमों के अन्तर्गत निलम्बित तथा अवक्रमित कर दी गयी हो, उसके कारोबार का संचालन और व्यवस्था करना।
  • राज्य सरकार, सार्वजनिक संस्थायें, रिजर्व बैंक तथा राज्य के अन्य बैंक या बैंकों के बैंकिग एजेण्ट अथवा बैंकर की भाॅति काम करना।
  • बैंकिंग के सिद्धान्तों और कार्यप्रणाली के सम्बन्ध में बैंकों और समितियों को परामर्श देना, उनकी देख-रेख की समुचित व्यवस्था करना तथा उनका निरीक्षण करना।
  • समय-समय पर सहकारी सम्मेलनों का आयोजन करना तथा ऐसे सम्मेलनों में पारित संकल्पों पर आवश्यक कार्यवाही करना।
  • बैंक की निधियों, पॅूजी तथा सम्पत्ति को उचित ढंग से प्रयोग करना, जिसके अन्तर्गत ऐसे काम एवं बातें भी आयेंगी जो उपरोक्त एक या अन्य उद्देश्यों की पूर्ति में सहायक हों और ऐसे कार्य करना जो सहकारी बैंकिंग और सहकारिता के बढ़ावे में सहायक हों।

उपलब्धियाँ

  • बैंक का मुख्य उद्देश्य कृषि विकास हेतु दिये जाने वाले ऋण प्रवाह को बनाये रखने तथा प्रदेश के कृषकों को शीर्ष बैंक की 40 शाखाओं, 27 भुगतान कार्यालयों, 17 क्षेत्रीय कार्यालयों तथा 50 जिला सहकारी बैंकों व उनकी 1257 शाखाओं के माध्यम से बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध कराना।
  • वर्ष 2023-24 में अल्पकालीन ऋण वितरण हेतु रू0 15700.00 करोड़ का लक्ष्य निर्धारित है, जिसके सापेक्ष दिनांक 31.03.2024 तक 20.06 लाख लाभार्थियों को कुल रू0 10302.61 करोड़ का वितरण किया जा चुका है।
  • प्रदेश के गन्ना कृषकों को गन्ना मूल्य भुगतान हेतु उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक लि0 द्वारा सहकारी एवं निजी क्षेत्र की 27 चीनी मिलों को पेराई सत्र 2023-2024 हेतु अंकन 3083.44 करोड़ की ऋण सीमाएं स्वीकृत कर दिनांक 31.03.2024 तक रू0 2769.19  करोड़ का वित्त पोषण उपलब्ध कराया गया।  उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक लि0 की लीडरशिप में गठित कंसोर्टियम के अन्तर्गत सहकारी क्षेत्र की अन्य 08 चीनी मिलों को रू0 588.00 करोड़ की ऋण सीमाएं स्वीकृत कर दिनांक 31.03.2023 को रू0 420.15  करोड़ की धनराशि उपलब्ध करायी गयी है। उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक लि0 द्वारा भारत सरकार की सेफासू इथेनाल योजनान्तर्गत 10 कम्पनियों को रू0 581.50 करोड़ का टर्म लोन स्वीकृत किया गया, जिसके सापेक्ष कम्पनियों/चीनी मिलों पर दिनांक 31.03.2024 को रू0 298.06 करोड़ का ऋण लगा है। उक्त के अतिरिक्त बैंक द्वारा चीनी मिलों की क्षमता विस्तारित करने एवं अन्य उद्देश्य हेतु रू0 570.00 करोड़ का टर्म लोन स्वीकृत किया गया, जिसके सापेक्ष दिनांक 31.03.2024 को रू0 262.11 करोड़ का ऋण लगा है।
  • बैंक द्वारा व्यवसाय विविधीकरण योजनान्तर्गत व्यक्तियों को व्यक्तिगत ऋण, गृह निर्माण/मरम्मत/परिवर्तन/परिवर्धन हेतु ऋण, मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थाओं के शिक्षकों/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों एवं राज्य सरकार के कर्मचारियों को अस्थायी अधिविकर्ष (ओवर ड्राफ्ट की सुविधा), अचल सम्पत्ति के विरूद्ध ऋण, व्यक्तियों को निजी प्रयोग के लिए कार हेतु ऋण, टाप-अप ऋण (हाउसिंग), बिजनेस टर्म ऋण, गोल्ड ऋण तथा टू-व्हीलर ऋण की सुविधा, प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेण्डर आत्मनिर्भर निधि योजना, नवीनतम स्कीमैटिग योजनओं (डेरी, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, एग्री क्लिनिक्स एवं एग्री बिजनेस सेन्टर, रिन्यूऐवल एनर्जी और एग्रो प्रोसेसिंग), होम लोन टेकओवर, पी.एम.विश्वकर्मा, एम.एस.एम.ई. एवं मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजनाओं हेतु ऋण सुविधा। वर्ष 2023-24 में व्यवसाय विविधीकरण योजनान्तर्गत दिनांक 31.03.2024 तक आवंटित लक्ष्य रू0 500.00 करोड़ के सापेक्ष रू0 211.40 करोड़ ऋण वितरित किया गया।
  • वर्ष 2023-24 में (एसटी एसएओ) के अन्तर्गत शीर्ष बैंक द्वारा जिला सहकारी बैंकों को दिनांक 31.03.2024 तक  रू0 5085.91 करोड़ का पुनर्वित्त दिया गया है।
  • नाबार्ड योजनान्तर्गत प्रदेश के जिला सहकारी बैंकों को 51 मोबाइल एटीएम वैन तथा उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक को 07 मोबाइल वैन उपलब्धियाँ कराई गई जिसके माध्यम से यह सुविधा ग्राहकों को उपलब्ध करायी जा रही है।
  • शीर्ष बैंक द्वारा ग्राहकों को इन्टरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एईपीएस तथा यूपीआई सम्बन्धी सेवायें भी प्रदान की जा रही हैं। साथ ही 04 जिला सहकारी बैंक  यथा-पीलीभीत, मेरठ, मुजफ्फनगर और मुरादाबाद द्वारा  इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा प्रारम्भ कर दी गयी है।
  • वर्ष 2023-24 में बैंक का शुद्व लाभ रू0 72.87 करोड़ रहा जो गत वर्ष के सापेक्ष रू0 12.11 करोड़ अधिक है।